हादसे की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी में गौरव नियुक्त
जबलपुर। आयुध निर्माणी खमरिया (ओएफके) में विस्फोट के साथ लगी आग में झुलसे कर्मचारी नंद किशोर की हालत बिगड़ने के बाद ओएफके प्रबंधन ने एयर एम्बुलेंस से मुम्बई शिफ्ट किया है। निजी अस्पताल में भर्ती कर्मचारी को देखने पहुंचे अधिकारियों ने कहा कि घायल कर्मी के इलाज में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। एयर लिफ्ट करने के बाद म्यूनिशन इंडिया लिमिटेड के सीएमडी रविकांत मुंबई में नंद किशोर को रिसीव करेंगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुबह से ही अस्पताल में वरिष्ठ अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया था। डीडीजी राजीव कुमार जैन, विधायक अशोक रोहाणी और महाप्रबंधक अशोक कुमार, कर्मचारी नेता अर्नव दास गुप्ता और राजेंद्र चढ़ारिया सहित बड़ी संख्या में यूनियन के पदाधिकारी भी अस्पताल पहुंचे थे।
इन्फ्रास्टक्चर में कमी से अफसरों का इंकार
29 सितंबर की दोहपर करीब 3 बजे ओएफके फिलिंग सेक्शन 6 की बिल्डिंग क्रमांक 637 में एयर फोर्स के उपयोग में आने वाले एरियल बम 450 केजी की फिलिंग के दौरान बारूद पिघलाया जा रहा था। पिघले हुए बारूद को मोल्डिंग मशीन में डालते समय अचानक आग लग जाने से नंद किशोर सोनी सहित 6 कर्मचारी झुलस गए थे। शेष कर्मचारियों का निजी अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है। अस्पताल पहुंचे डीडीजी राजीव कुमार जैन ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि हादसा दुखद है, लेकिन कर्मचारियों की सूझबूझ के चलते नुकसान ज्यादा नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि ओएफके अति संवेदनशील निर्माणी है, यहां हादसे की संभावना बनी रहती है, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर सवाल उठाना गलत है यहां कोई कमी नहीं है। उन्होने प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप को खारिज कर दिया। इस मामले में बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। इसके लिए गठित बोर्ड ऑफ इंक्वायरी में अपर महाप्रबंधक एचडी गौरव (एचई फैक्टरी पुणो) को नियुक्त किया गया है।