इंटरनेशनल सटोरिया के खिलाफ जबलपुर पुलिस के इतिहास की पहली कार्रवाई
जबलपुर। इंटरनेशनल सटोरिया और दुबई में बैठकर जबलपुर सहित राज्य व देश के कई हिस्सों में सट्टा का नेटवर्क संचालित करने वाले भगोड़े सतीश सनपाल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। माना जा रहा है कि जबलपुर पुलिस के इतिहास में पहली बार फरार आरोपी के खिलाफ ‘लुकआउट सकरुलर’ जारी किया गया है। वहीं क्राइम ब्रांच व लार्डगंज पुलिस ने सतीश सनपाल के विश्वस्त कैश एजेंट अमित शर्मा को शनिवार की रात गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन से किया पत्रचार
पुलिस रिकार्ड में फरार रहते हुए दुबई में बैठकर ‘ओपन वेब पर एक्सचेंज’ के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा बुकियों के मार्फत खिला रहा है। लंबे समय से फरार कुख्यात सटोरिया सतीश सनपाल की गिरफ्तारी के हरसंभव प्रयास के बाद एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने एलओसी के लिए ‘ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन’ नई दिल्ली से पत्रचार किया। बीओआई ने मामले की गंभीरता एवं लंबे समय से फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए ‘लुक आउट सकरुलर’ जारी किया है। फरार सतीश सनपाल पिता रामचंद्र सनपाल उम्र 36 साल निवासी आदर्श नगर रामपुर गोरखपुर पर मदनमहल थाना में 2 प्रकरण, गोरखपुर थाना में 2, लार्डगंज थाना में 2, गढा, कोतवाली और ओमती थाना में एक-एक प्रकरण पंजीबद्ध हैं। माना जा रहा है कि जबलपुर पुलिस के इतिहास में पहली बार फरार आरोपी के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया है।
शहर में करोड़ों की प्रापर्टी में किया है इन्वेस्टमेंट
सटोरियों के बीच चर्चा है कि सतीश सनपाल की चल संपत्ति को अचल संपत्ति में डायवर्ड करने का पूरा काम ‘हितेश तरवानी’ करता था। हितेश तरवानी ने बिलहरी-तिलहरी,ग्वारीघाट, अधारताल एवं विजयनगर क्षेत्र में करोड़ों रूपए कीमत की प्रापर्टी खरीदी, जिसमें फ्लैट, डयूप्लेक्स एवं खाली प्लॉट की रजिस्ट्रियां करीबी लोगों के नाम पर साल 2012 से सतत कराई हैं। दुबई में बैठे सतीश सनपाल के इशारे पर उसके छर्रो ने जबलपुर में चल रहे कई प्रोजेक्ट (बिल्डरशिप) में करोड़ों रुपए का इन्वेस्ट कर रखा है। 25 फरवरी 2014 के बाद फरार हुआ सतीश सनपाल अधिकृत तौर पर कभी जबलपुर नहीं आया। आईपीएल क्रि केट सहित अन्य सट्टे की रकम बोगस कंपनियों और हवाला के जरिए सतीश सनपाल तक पहुंचती है। कुख्यात सटोरिया सतीश सनपाल पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उसके ‘हाईटेक रकम कलेक्शन सेंटर’ में छापा मारा था। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर क्राइम ब्रांच व संबंधित थाना की पुलिस फोर्स ने राइट टाउन स्थित ऑफिस में दबिश दी थी। पुलिस बल के साथ आयकर टीम ने ऑफिस में रखीं 2 तिजोरी खोलीं जिसमें 27 विभिन्न कंपनियों के सील, 3 ऋण पुस्तिका, 7 नोटपैड, 34 चेकबुक, 3 मोबाइल एवं प्रॉपर्टी संबंधी कागजात सहित 21 लाख 55 हजार रु पए मिले थे।