एमपी हाईकोर्ट के इतिहास की बड़ी घटना, रेप केस में आरोपी टीआई की जमानत का मामला
कवरेज करने गए मीडियाकर्मियों पर हमला, पुलिस ने किया लाठी चाजर्
जबलपुर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट परिसर में एक वकील की आत्महत्या के मामले में मारपीट, तोड़फोड़ और आगजनी की घटना से बवाल मच गया। पुलिस इंस्पेक्टर संदीप अयाची पर चल रहे रेप केस के मामले में जमानत का मामला चल रहा है, इसमें जिला कोर्ट में उनके वकील रहे अनुराग साहू ने शुक्रवार को पूर्वान्ह घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वकील की मौत से भड़के साथी वकीलों ने हाईकोर्ट परिसर में जमकर हंगामा करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त के चेम्बर सहित अन्य वकीलों के चेम्बर में आग लगा दी। इससे पहले मृत वकील अनुराग साहू का शव लेकर पहुंचे वकीलों का समूह संबंधित जज की कोर्ट और फिर चीफ जस्टिस की कोर्ट में घुस गया था। हाईकोर्ट के इतिहास में इस तरह की पहली घटना की कवरेज करने गए पत्रकारों व मीडिया के कैमरामैन को वकीलों ने जमकर पीटा और किसी को हाईकोर्ट परिसर में घुसने नहीं दिया। यहां उत्तेजित वकीलों को खदेड़ते हुए पुलिस ने भी लाठी चार्ज किया।
सुरक्षा अधिकारी के साथ झूमाझटकी
इस पूरे घटनाक्रम में मौके पर पहुंचे पुलिस बल को हालात काबू करने में भारी मशक्कत करना पड़ी उत्तेजित वकीलों ने हाईकोर्ट के सुरक्षा अधिकारी के साथ झूमाझटकी की, इसके बाद पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों पर हल्का बल प्रयोग कर स्थिति काबू में लेने का प्रयास किया। इस बीच यह भी खबर मिली कि हाईकोर्ट के लेटर बॉक्स में इस केस से जुड़े तथ्यों को लेकर एक चिट्टी डाली गई थी। यह पत्र जज ने चीफ जस्टिस के पास भेज दिया था। बताया जाता है कि पत्र में उल्लेख किया गया है कि कुछ लोग महिलाओं का उपयोग कर झूठे रेप के केस बनाने की गैंग चला रहे हैं।
आगजनी: फायर ब्रिगेड को अंदर जाने से वकीलों ने रोका
अनुराग साहू द्वारा सुसाइड करने की जानकारी मिलते ही साथी वकील अनुराग का शव लेकर दोपहर के बाद हाईकोर्ट परिसर पहुंच गए। वकीलों ने यहां हंगामा शुरू कर दिया। आक्र ोशित वकीलों ने कोर्ट में तोड़फोड़ शुरू कर दी। स्थिति संभालने पुलिस ने बल प्रयोग किया, लेकिन प्रदर्शनकारी वकीलों ने स्टेट बार काउंसिल की बिल्डिंग में स्थित वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त के चैंबर समेत दूसरे वकीलों के चैंबर में भी आग लगाकर तोड़फोड़ कर दी। हाईकोर्ट में अग्निकांड की सूचना पर तत्काल पहुंची फायर ब्रिगेड को भी उत्तेजित वकीलों ने अंदर नहीं घुसने दिया और गेट बंद कर दिया। पुलिस ने बल पूर्वक फायर ब्रिगेड को अंदर जाने दिया। पुलिस का कहना है कि हंगामा और विवाद करने वाले ज्यादातर वकील जिला कोर्ट में पैरवी करने वाले रहे। पत्रकारों के साथ भी मारपीट बताया जा रहा है कि घटना की कवरेज करने गए कई पत्रकारों, प्रेस फोटोग्राफरों व इलेक्ट्रानिक मीडिया के कैमरामैन को वकीलों ने न केवल रोका बल्कि उनके साथ मारपीट भी की। हाईकोर्ट पहुंचे दैनिक भास्कर के पत्रकार सुनील विश्वकर्मा, पत्रिका के वरिष्ठ पत्रकार राहुल मिश्र सहित तीन र्पिोटर व कैमरामैन का मोबाइल तोड़ने और हाथपाई करने की खबर है।